कई देशों से हर दिन महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध मामलों की खबर सामने आती रहती है। खासकर भारत में महिलाओं के साथ होने वाले बलात्कार, हत्या, अपहरण जैसे मामले अक्सर अखबारों की सुर्खियां बनते हैं।
ऐसे में महिलाओं को अपना बचाव करने के लिए कोई न कोई संभव प्रयास जरूर करना चाहिए। लेकिन यह तभी हो सकता है जब महिला अपने बचाव के तरीकों से अवगत हो।
महिलाएं अपने बचाव के लिए क्या क्या कर सकती हैं। इसके लिए इस आर्टिकल में हमने बताई हैं 9 ऐसी चीज़ें जो हर महिला को पता होनी चाहिए (9 things every woman should know)। इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें और यदि आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं।
Contents
- 1 क्या वो 9 ऐसी चीज़ें जो हर महिला को पता होनी चाहिए (9 things every woman should know)
- 2 1. On Emergency sos
- 3 2. Taekwondo
- 4 3. सजग रहना
- 5 4. शरीर के कमजोर हिस्से को जानना
- 6 5. बालों को बांधना
- 7 6. Understanding intention
- 8 7. Self-Defense gadgets
- 9 8. Use of Google map
- 10 9. Women helpline number - 112
- 11 Conclusion
- 12 Khushi Pandey
क्या वो 9 ऐसी चीज़ें जो हर महिला को पता होनी चाहिए (9 things every woman should know)
आये दिन महिलाओं के खिलाफ किसी न किसी प्रकार की हिंसा एवं घरेलु हिंसा की ख़बरें अक्सर सुर्खियां बनाये रहती हैं। महिलााओं के प्रति होने वाली हिंसा को महिला खुद ही रोक सकती है। यदि उसे यह पता हो कि ऐसी परिस्थिति में अपना बचाव कैसे करना है।
इसलिए महिला को अपने बचाव के तरीकों और हिंसा करने वाले को मुँह तोड़ जवाब देने के तरीकों के बारे में पता होना चाहिए। इस लिए हमने इस आर्टिकल में बचाव एवं आक्रमण दोनों तरह के तरीके बताये हैं।
अतः इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। और इस विषय से सम्बंधित अपने सुझाव भी हमें कमेंट करके बताईये।
1. On Emergency sos
एमरजेंसी एसओएस (Emergency SOS) सभी एंड्रॉइड स्मार्टफोन (Android Smartphone) में मिलने वाला एक कमाल का इमरजेंसी फीचर है। इस फीचर में आपको इमरजेंसी सिचुएशन में बिना फोन को अनलॉक किए ही सेकंडों में कॉल कर सकते हैं।
यह (Emergency SOS) एक ऐसा फीचर है, जिसमें आप अपने माता पिता या किसी भी परिचित व्यक्ति का नंबर ऐड कर सकते हैं। इससे इमरजेंसी के समय में ऐड किये हुए नंबर पर कॉल चली जाएगी.
Sos on कैसे करें?
Step 1 : सबसे पहले आपको फोन की सेटिंग में जाना होगा।
Step 2 : अब यहां Emergency SOS सर्च करें , क्लिक करें और on करें।
Step 3 : इमर्जेंसी contact पर क्लिक करें और नंबर add करें।
आप चाहें तो इस सेटिंग में एक या इससे से ज्यादा कॉन्टेक्ट सेव कर सकते हैं। जब भी आप मुसीबत में हो तब आपको फोन के पावर बटन को तीन बार दबाना होगा। इससे आपके द्वारा ऐड किये गए नंबर पर एक इमरजेंसी मैसेज पहुँच जाएगा।
2. Taekwondo
जिस प्रकार महिलाओ को खाना पकाना शुरुवात में ही सिखा दिया जाता है। ठीक उसी प्रकार taekwando प्रत्येक महिलाओ को सिखा दिया जाना चाहिए।
- तायक्वोंडो की विशेषता यह है कि इसमें सिर की ऊंचाई से किक, जंपिंग और स्पिनिंग किक और तेज किक तकनीक पर जोर दिया जाता है।
- तायक्वोंडो को लाइफ सेविंग स्किल की तरह देखना चाहिए।
- तायक्वोंडो में सिर की ऊंचाई से किक, जंपिंग और स्पिनिंग किक और तेज किक तकनीक पर जोर दिया जाता है। जो महिलाओ को आत्मरक्षा में बहुत मदद करेगी।
3. सजग रहना
महिलाओं को अपने आस – पास के माहौल के प्रति सजग एवं जागरूक रहना चाहिए। खासकर तब जब आप सड़क पर चल रहीं हों और अकेली हों।
आजकल महिलाएं सड़क पर चलते समय मोबाइल स्क्रीन पर देख रहीं होती हैं या call पर बात कर रहीं होती हैं, जिससे उनपर हमला करना आपराधियों के लिए बेहद आसान हो जाता है।
लेकिन कॉल पर बात करना तब आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है जब आप अकेली हों और रस्ते पर आवा गमन भी कम हो। क्योकि ऐसी स्थिति में आपके साथ होने वाली की भी घटना की तुरंत जानकारी आप अपने परिचित को दे सकती हैं।
4. शरीर के कमजोर हिस्से को जानना
यदि कोई आप पर हमला करे तब आत्मरक्षा के लिए आप अपराधी के उन अंगो को टार्गेट करें जो शरीर के कमजोर अंग माने जाते हैं जैसे-चेहरा, आंख, कान, नाक, मुंह, गुप्तांग, जोड़ों के अंदर जैसे बगल, घुटने के पीछे, कोहनी और टखना आदि।
जब आप इस तरह से हमला करेंगी तो यह एक अच्छा मौका हो सकता है। हमलावर पर काबू पाने का। कमजोर हिस्सों पर हमला करने के बाद या तो आप मदद के लिए आवाज लगा सकती हैं। या इस समय का बेहतर इस्तेमाल करते हुए वहां से भाग सकती हैं।
5. बालों को बांधना
यदि आप अपने बालों को बांध लेती हैं, तब आत्मरक्षा हेतु प्रहार करने में काफी आसानी होगी इसके लिए आप अपने साथ हमेशा Cluture कैरी करें या अपने बालों को अपने शर्ट या टी- शर्ट के अंदर डाल लें इससे अपराधी के लिए आप पर हमला करना कठिन हो जायेगा।
ऐसा करने से वह अपराधी आपके बालों को पकड़ कर आपके ऊपर काबू नहीं पा सकेगा। और आप अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल करते हुए आगे जवाब देना व भाग जाना इन दोनों में से कोई भी कदम उठा सकते हैं।
6. Understanding intention
आत्मरक्षा के लिए शारीरिक क्षमता पर काम करने के साथ साथ मानसिक रूप से सजग रहना भी आवश्यक है। इसके लिए आप आत्म जागरूकता (Self Awareness) पर काम कर सकती हैं।
यदि आपको थोड़ा सा भी लगे कि आप के उपर हमला हो सकता है, तो आप तुरंत एक्शन लें। या तो आप पुलिस को फोन करें या फिर कोशिश करें या जितना जल्द हो सके, वहां से भाग जाएं।
7. Self-Defense gadgets
अब हम आपको कुछ ऐसे गैजेट्स के बारे में बताएँगे जो आप अपनी आत्मरक्षा के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन ध्यान दें इन गैजेट्स को सिर्फ अपराधी के ऊपर ही इस्तेमाल करें।
1. Kubota
Kubotan का प्रयोग मुक्का मारने के लिए, मुट्ठी को सख्त करने के लिए, हमलावर के शरीर के कमजोर हिस्सों पर हमला करने के लिए और हमलावर की कलाई, उंगलियों और जोड़ों पर दबाव हासिल करने के लिए किया जाता है। चाबियाँ संलग्न होने पर, यह एक लहराते हथियार की तरह कार्य कर सकता है।
2. Sirona pepper spray
सिरोना इम्पॉवर पेपर स्प्रे एक गैर-घातक आत्मरक्षा हथियार है जो हर किसी के लिए विशेष रूप से महिलाओं के लिए तैयार किया गया है।
इसके प्रयोग के लिए सबसे पहले अपने नाक और मुँह को कवर कर लें, अपने हाथों को दूर कर इसे 2 – 3 seconds तक हमलावर के ऊपर छिड़क (spray) दें और वहां से भाग जाएं। यह वैध है लेकिन इसका प्रयोग अत्यधिक आवश्यकता पड़ने पर ही की जानी चाहिए।
3. Pen knife
यह एक ऐसा पेन होता है, जिसके अंदर आपको चाकू देखने को मिलेगा। इस पेन का उपयोग लिखने के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर आत्मरक्षा के लिए भी कर सकते हैं।
लेकिन इस पेन का इस्तेमाल केवल और केवल अपनी आत्मरक्षा के लिए करें। नहीं तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
8. Use of Google map
जब आप ऑटो या cab से कहीं जाएं तब map से रास्ते की दिशा हमेशा जाँच करते रहें यदि ऑटो चालक आपको गलत रास्ते पर ले जा रहा हो तब चीख कर मदत मांगे या अपने घर के किसी परिचित जैसे माता, पिता भाई या अन्य किसी नजदीकी रिश्तेदार को अपना current location share करें।
9. Women helpline number - 112
महिला हेल्पलाइन का उद्देश्य रेफरल के माध्यम से हिंसा से प्रभावित महिलाओं के लिए डिजिटल शिकायत पंजीकरण प्रणाली प्रदान करना और देश भर में महिलाओं से संबंधित सरकारी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान करना है।
इसके अलावा यदि आप यूपी में रहते हैं तो आप यूपी पुलिस की Women Power line वेबसाइट से भी मदद ले सकते हैं।
Conclusion
कई जगहों पर तो महिलाएं अपने घर पर भी सुरक्षित नहीं हैं। रात में महिलाओ को निकलने से पहले अनेकों बार विचार करना पड़ता है। खासकर रात के समय में महिलाएं अपने आस पास इस तरह के माहौल को देखते हुए असुरक्षित महसुस करती हैं।
भारत में महिलाएं वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर तो हो रहीं हैं, लेकिन वित्तीय निर्भरता के साथ-साथ उन्हें अपनी शरीरिक क्षमता पर भी ध्यान दे कर स्वयं को आत्मनिर्भर बनाना होगा।
महिलाएं अगर दूसरों पर आश्रित न होकर स्वयं आत्मरक्षा को सीख जाएं तो महिलाओं के खिलाफ होने वाले घरेलु हिंसा, हत्या, अपहरण, बलात्कार आदि जैसे मामले काफी हद तक कम हो सकते हैं।
Khushi Pandey
खुशी पांडेय छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रहते हैं। वह B.Com की पढ़ाई कर रही है। वह महिला सशक्तिकरण में काफी रुचि रखती हैं और इस क्षेत्र में काम करना चाहती हैं। उनकी अन्य रुचि में नृत्य शामिल है।