अपनी मेहनत की कमाई को निवेश करना बहुत जरुरी है। क्योंकि जब अपने धन को निवेश करते हैं। तो वह धन आपको ब्याज कमा कर देता है। इससे आप आसानी से महंगाई दर को पीछे छोड़ सकते हैं।
भारत में जो निवेश करने के लिए जो सबसे अच्छा माध्यम माना जाता है, वह FD है। हमारे घरों में जब भी निवेश करने की बात होती है तो सोने के बाद FD को ही चुना जाता है। इस पर ब्याज भी बहुत अच्छा मिलता है।
यदि आप एफडी के फायदों से अभी तक अनजान हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। इसे पूरा जरूर पढ़ें। अगर आपके मन में कोई सवाल आता है तो आप उसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
Contents
- 1 फिक्स्ड डिपाजिट क्या है? (FD Kya Hota Hai?)
- 2 फिक्स्ड डिपाजिट का अर्थ क्या है?
- 3 फिक्स्ड डिपाजिट के प्रकार
- 4 FD में निवेश करने के फायदे
- 5 Maturity से पहले फिक्स्ड डिपाजिट तुडवाने के नुक्सान
- 6 एफडी के बदले लोन
- 7 फिक्स्ड डिपाजिट के लिए डाक्यूमेंट्स
- 8 FD करवाने के तरीके
- 9 एफडी पर कितना टैक्स लगता है?
- 10 फिक्स्ड डिपाजिट पर ब्याज की गणना कैसे करते हैं?
- 11 एफडी करवाने के लिए पात्रता
- 12 एफडी में किसे निवेश करना चाहिए
- 13 Mutual Fund और Fixed Deposit में से क्या सही है?
- 14 Conclusion
- 15 FAQs
फिक्स्ड डिपाजिट क्या है? (FD Kya Hota Hai?)
फिक्स्ड डिपोजिट एक ऐसा सुरक्षित निवेश है जिसमें आप एक बार में सारा पैसा एक निश्चित समय के लिए बैंक में जमा कर देते हैं। समयावधि पूरी होने पर आपका सारा पैसा ब्याज के साथ आपको मिल जाता है। इस निवेश में जोखिम ना के बराबर होता है और ब्याज दर सामान्य बचत खाते से ज्यादा होती है।
क्या है फिक्स्ड डिपोजिट, क्या लाभ हैं इसके, ये कितने प्रकार का होता है, कैसे करें फिक्स्ड डिपोजिट आदि सवालों के जवाब आपको इसी आर्टिकल में मिलने वाले हैं। तो फिक्स्ड डिपोजिट से सम्बन्धित सारी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
फिक्स्ड डिपाजिट का अर्थ क्या है?
फिक्स्ड डिपोजिट को हिंदी में सावधि जमा खाता भी कहा जाता है। इसमें ग्राहक को बचत खाते के मुकाबले ज्यादा ब्याज प्राप्त होता है। निवेश के लिहाज से ये एक सुरक्षित साधन है। फिक्स्ड डिपोजिट में जमा की गई राशि पर एक निश्चित दर से ब्याज मिलता है।
फिक्स्ड डिपाजिट के प्रकार
फिक्स्ड डिपोजिट कई प्रकार का होता है। जैसे –
स्टैण्डर्ड टर्म डिपाजिट
इसमें जो भी पैसा आप जमा करते हैं वो पहले से ही निर्धारित ब्याज दर पर जमा होता है। इसमें निवेश एक निश्चित अवधि के लिए किया जाता है।
सीनियर सिटीजन फिक्स्ड डिपाजिट
ये स्कीम 60 साल से ऊपर के नागरिकों के लिए है। इसमें सीनियर सिटीजन को आप ग्राहकों के मुकाबले ज्यादा ब्याज दर प्राप्त होती है। इसमें ब्याज दर 3% से 8.50% तक होती है। इस FD की समय सीमा 5 साल से 10 साल के बीच में होती है। निवेश की सीमा 2 करोड़ से कम होनी चाहिए।
रेकरिंग डिपाजिट
इसमें ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार हर महीने एक निश्चित राशि एक निश्चित समय के लिए बैंक में डिपाजिट करते हैं। समयावधि पूरी होने पर उन्हें ब्याज के साथ ये राशि प्राप्त हो जाती है। रेकरिंग डिपाजिट की समय सीमा 6 महीने से 10 साल तक होती है।
कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपाजिट
ये फिक्स्ड डिपाजिट का एक ऐसा निवेश का साधन है जो कंपनी या किसी कार्पोरेट वर्ग द्वारा संचालित किया जाता है। बड़ी कंपनियों को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए ज्यादा धन की जरूरत होती है।
अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी अपने निवेशकों से तय समय के लिए धन लेती है और समय पूरा होने पर ब्याज समेत लौटा देती है।
NRI फिक्स्ड डिपाजिट
ये एक ऐसा फिक्स्ड डिपाजिट है जो भारत से बाहर रहने वाले भारतियों को भारतीय बैंकों में अपना पैसा जमा करने की सहूलियत देता है।
इसमें NRI ग्राहकों को उच्च ब्याज दर प्राप्त होती है। साथ में ये उनको कर मुक्त रिटर्न भी प्रदान करता है। जबकि भारतीय निवासियों को फिक्स्ड डिपाजिट रिटर्न पर टैक्स देना पड़ता है।
FD में निवेश करने के फायदे
- इसे सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है।
- इस पर आपको एक निश्चित समय के बाद अपना पैसा ब्याज समेत मिल जाता है और शुरुआत में ही आपको बता दिया जाता है कि कितना रिटर्न मिलेगा।
- इसमें कम से कम 2.75% और अधिक्तम 8.25% ब्याज मिलता है। यह हर बैंक का अलग अलग होता है।
- इस पर आसानी से और कम ब्याज पर लोन मिल जाता है।
- इस पर आप क्रेडिट कार्ड भी ले सकते हैं।
- अगर आप 5 साल फिक्स्ड डिपाजिट करते हैं तो आपको टैक्स छूट का फायदा मिल जाता है।
- इसमें आपको बीमा लाभ भी मिल जाता है अगर आपका निवेश 5 लाख या इससे ज्यादा का हो। किसी कारणवश अगर बैंक डिफाल्टर हो जाए तो भी आपको आपका सारा पैसा मिलेगा।
- अगर कभी आपको फिक्स्ड डिपाजिट को निश्चित समय से पहले तुड़वाना पड़ जाए तो आप इसे तुड़वा सकते हैं। बदले में आपको कुछ चार्जेज देने पड़ेंगे।
Maturity से पहले फिक्स्ड डिपाजिट तुडवाने के नुक्सान
समय से पहले अगर एफडी तुड़वा ली जाए तो बैंक ग्राहक से पैनल्टी वसूलते हैं। ये अमाउंट ज्यादा नहीं होता है। कुल ब्याज में से 0.50% अमाउंट काट लिया जाता है।
एफडी के बदले लोन
फिक्स्ड डिपाजिट पर मिलने वाला लोन सुरक्षित होता है। बैंक लोन देने के बदले एफडी को सिक्योरिटी के रूप में अपने पास रख लेते हैं। लोन की रकम आपकी जमा राशि का 90% से 95% तक हो सकती है।
मान लो आपकी 10 हजार रूपए की एफडी है तो आपको 9 हजार से लेकर 9 हजार 5 सौ रूपए तक का लोन मिल जाएगा।
फिक्स्ड डिपाजिट के लिए डाक्यूमेंट्स
- पैन कार्ड
- एक एक्टिव सेविंग अकाउंट
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- वेरिफाइड KYC डॉक्यूमेंट
FD करवाने के तरीके
FD को आप दो तरीकों से करवा सकते हैं जैसे –
ऑफलाइन
- ऑफलाइन एफडी करवाने के लिए अपने नज़दीकी बैंक शाखा में जाएं।
- इसके लिए एप्लिकेशन फार्म आपको बैंक से मिल जाएगा।
- इसमें पूछी गई आवश्यक जानकारी को सही से भर दें जैसे कि आपका नाम, पता, अकाउंट नंबर, पैन कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर आदि।
- आप किसे अपना नॉमिनी बनाना चाहते हैं उसका नाम भी भर दें।
- आप जितनी राशि डिपाजिट करवाना चाहते हैं उसे भर दें और साथ में कितने साल के लिए करवाना चाहते हैं वो भी भर दें।
- जितनी राशि आपने फार्म में भरी है उसे बैंक में जमा कर दें। इस राशि की आप कैश या फिर चेक के द्वारा भी दे सकते हैं।
- अगर उसी बैंक में आपका सेविंग अकाउंट है तो आप उसी अकॉउंट से भी पैसा फिक्स्ड डिपाजिट के लिए ट्रांसफर कर सकते हैं।
- इस तरह आपकी FD हो जाएगी।
ऑनलाइन
- अगर आप घर बैठे फिक्स्ड डिपाजिट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो आप नेट बैंकिंग की मदद से FD कर सकते हैं।
- इसके लिए सबसे पहले आप सम्बन्धित बैंक के एप को ओपन करें।
- अब अपने नेटबैंकिंग अकॉउंट में यूजर नाम और पासवर्ड और साथ में कैपचा कोड भरकर लॉगिन करें। आपका अकॉउंट खुल जाएगा।
- अब इसमें आपको एक ऑप्शन Open Rd/Fd नजर आएगा। इसपर आप क्लिक करें।
- अब एकाउंट्स की एक लिस्ट खुल जाएगी। इसमें Open fixed Deposit ऑप्शन पर क्लिक करें
- अब आपके सामने एक पेज खुल जाएगा। इसमें आप जिस बैंक से राशि कटवाना चाहते हैं उस बैंक का नाम सेलेक्ट करें।
- आप कितने साल के लिए एफडी करवाना चाहते हैं, ये सारी जानकारी सही से भर दें।
- इसमें आपको नॉमिनी डिटेल्स भरने की जरूरत नहीं है क्यूंकि आपके अकाउंट के नॉमिनी को सिस्टम अपने आप उठा लेता है। अगर आप बदलना चाहें तो बदल भी सकते हैं।
- अब आप view summary ऑप्शन पर क्लिक करें। आपके सामने फिक्स्ड डिपाजिट से रिलेटेड पूरी जानकारी आ जाएगी।
एफडी पर कितना टैक्स लगता है?
- अगर आपकी एफडी का ब्याज साल में 40 हजार तक है तो इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
- अगर आपकी एफडी का ब्याज साल में 40 हजार से ऊपर है तो आपको 10% TDS देना पड़ेगा।
- बैंक जब समयावधि पूरी होने पर आपको एफडी का पैसा और ब्याज वापिस करेगा तो वो 10% TDS काटकर ही देगा।
फिक्स्ड डिपाजिट पर ब्याज की गणना कैसे करते हैं?
फिक्स्ड डिपाजिट पर ब्याज की गणना करने के लिए साधारण ब्याज का फार्मूला अप्लाई किया जाता है जैसे M = P + (P x R x t / 100 . इसमें M का मतलब है Maturity अमाउंट, P का मतलब है मूलधन जो आपने जमा किया है , R का मतलब है ब्याज दर और t से मतलब है समय।
एफडी करवाने के लिए पात्रता
किसी बैंक में एफडी करवाने के लिए आपको नीचे दिये गए किसी एक मापदंड को पूरा करना होगा –
- भारतीय निवासी
- NRI
- सीनियर सिटीजन
- नाबालिग
- व्यक्तिगत या जॉइंट बिज़नेस के मालिक
- कंपनी के मालिक
- सोसाइटी
एफडी में किसे निवेश करना चाहिए
- अगर कोई व्यक्ति सुरक्षित निवेश करना चाहता है और कोई रिस्क नहीं लेना चाहता, उसे एफडी करवानी चाहिए।
- अगर आपकी आमदनी टैक्स भरने के दायरे में आती है तो आपको टैक्स बचाने के लिए एफडी करवा लेनी चाहिए।
- रिटायर्ड पर्सन जिसे आमदनी जा कोई स्थिर जरिया चाहिए, वो एफडी की किसी योजना में निवेश कर सकता है।
- जिनके पास उचित मात्रा में पैसा है वो निवेश के तौर पर एफडी करवा सकते हैं।
Mutual Fund और Fixed Deposit में से क्या सही है?
Fixed Deposit | Mutual Fund | |
1 | इसमें निवेश सुरक्षित होता है। | Mutual Fund में निवेश करने से बाज़ार के उतार चढ़ाव का भी सामना करना पड़ता है। |
2 | इसमें एक निर्धारित तय ब्याज ही मिलता है। | Mutual Fund में ब्याज की दर बाज़ार के उतार चढ़ाव पर निर्भर करती है। लेकिन अगर आप sip के जरिये निवेश करते हैं तो आपको 12% तक ब्याज मिल सकता है। |
3 | इसमें आप एक निश्चित समय तक पैसा जमा करते हैं और बीच में नहीं निकाल सकते। अगर आप बीच में पैसा निकालते हैं तो आपको पैनल्टी भरनी होती है। | Mutual Fund में आप जब चाहे पैसा निकाल सकते हैं। अगर आप इसमें लगातार किश्तें नहीं दे पा रहे हैं तो आप इस कुछ समय के लिए pause भी कर सकते हैं। |
4 | इस पर टैक्स लाभ लेने के लिए आपको 5 साल तक के लिए निवेश करना होगा। | Mutual Fund पर टैक्स लाभ लेने के लिए आपको सिर्फ 3 साल तक के लिए निवेश करना होगा। |
Conclusion
इस आर्टिकल में हमने आपको बताया FD Kya hoti hai, यह खाता कैसे खुलवाया जा सकता है, ब्याज दर क्या हैं आदि। बचत करने का ये सबसे अच्छा तरीका है। निवेश के हिसाब से ये एक सुरक्षित निवेश है।
यह एक लोकप्रिय निवेश है जिसमें आप सिर्फ 7 दिन से लेकर 10 साल तक के लिए रूपए निवेश कर सकते हैं और समयावधि भी आप अपने हिसाब से चुन सकते हैं।
उम्मीद है आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा। इस आर्टिकल से सम्बंधित अगर आपके मन में कोई प्रशन है तो कमेंट जरूर करें।
FAQs
Q - FD में कौन निवेश कर सकता है?
एकल व्यक्ति, संस्थाएं, कंपनी, सोसाइटी, संगठन FD में निवेश कर सकते हैं।
Q - Fixed Deposit में कितने समय तक निवेश करना चाहिए?
इसमें 5 साल से ऊपर तक निवेश करना ज्यादा फायदेमंद है।
Q - FD में निवेश करने की समय सीमा क्या है?
इसमें निवेश करने की समय सीमा 7 दिन से लेकर 10 साल तक है।
Q - FD पर कितना टैक्स लगता है?
FD पर 10% TDS लगता है। अगर पैन कार्ड की डिटेल्स ना दी गई हों तो 20% TDS कटता है।
Q - क्या FD करवाने के लिए पैन कार्ड जरुरी है?
50 हजार से ऊपर तक की राशि की FD करवाने के लिए पैन कार्ड जरूरी है।
Q - क्या कोई नाबालिग FD में निवेश कर सकता है?
हाँ, कोई भी नाबालिग FD में निवेश कर सकता है। इसके लिए उसका जन्म प्रमाण पत्र या आधार कार्ड की जरूरत होगी।