जब भी हमें किसी को पेमेंट करनी होती है तब हम बस अपना मोबाइल निकालते हैं। अपना पसंदीदा UPI App खोलते हैं और Qr Code स्कैन करके या मोबाइल नंबर से ट्रांसफर कर देते हैं। ये तो हो गया छोटी ट्रांज़ैक्शन के लिए।
लेकिन जब हमें बड़ी अमाउंट अपने अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करनी होती है। तब हमारे काम आता है NEFT । यह एक ऐसी सुविधा है जिससे पैसों को एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में बड़ी ही आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है।
इस आर्टिकल में आपको नेफ्ट के बारे में जानने को मिलेगा। यहाँ हमने विस्तार से इसके बारे में पूरी जानकारी दी है। इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें। यदि आपका कोई नेफ्ट से सम्बंधित सवाल है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं।
Contents
- 1 NEFT क्या है? (NEFT kya hai in Hindi)
- 2 एनईएफटी करने के क्या लाभ हैं?
- 3 एनईएफटी सुविधा प्रदान करने वाले बैंकों की लिस्ट
- 4 ऑनलाइन फंड कैसे ट्रांसफर करें?
- 5 ऑफलाइन फंड कैसे ट्रांसफर करें?
- 6 ट्रांसफर लिमिट क्या है?
- 7 ट्रांसफर के लिए जरुरी चीज़ें
- 8 फंड ट्रांसफर न होने की संभावनाएं और कारण क्या हैं?
- 9 एनईएफटी ट्रांज़ैक्शन पर कितना शुल्क लगता है?
- 10 NEFT, UPI, और RTGS के बीच अंतर
- 11 Conclusion
NEFT क्या है? (NEFT kya hai in Hindi)
NEFT का फुल फॉर्म है National Electronics Fund Transfer System । ये एक ऐसा सिस्टम है जो आपके अकाउंट से देश के किसी भी दूसरे अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक तरीके से पैसा ट्रांसफर कर सकता है। RBI की तरफ से इसे कंट्रोल किया जाता है।
ये सुविधा नवंबर 2005 में शुरु की गई थी। ये सारी प्रोसेस नेट बैंकिंग के माध्यम से होती है। जब आप इस सुविधा का प्रयोग करते हैं तो आपको मामूली शुल्क देना पड़ता है। आगे हमने पूरी प्रोसेस बताई है की कैसे आप ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तरह से एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
एनईएफटी करने के क्या लाभ हैं?
- ये एक ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करने जा सस्ता और सरल तरीका है।
- इससे आप पैसा 24X7 दिन पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। छुट्टिओं का कोई झंझट नहीं।
- ये सेवा पूरे भारत में कुल 12 बैंकों में उपलब्ध है।
- इसके माध्यम से आप घर बैठे नेट बैंकिंग से सारा लेनदेन कर सकते हैं।
- आप आसानी से अपने क्रेडिट कार्ड बिल, मासिक किश्तें और दूसरे बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं।
- ये सुरक्षित भी है क्यूंकि जब आप किसी को कोई भी ट्रांसफर करते हैं तो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर sms या email के माध्यम से क्रेडिट की पुष्टि हो जाती है।
- अपने सेविंग अकाउंट से अगर आप राशि ट्रांसफर करते हैं तो आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा।
एनईएफटी सुविधा प्रदान करने वाले बैंकों की लिस्ट
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
- पंजाब नेशनल बैंक
- आईसीआईसीआई बैंक
- एचडीएफसी बैंक
- केनरा बैंक
- एक्सिस बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- इंडसइंड बैंक
- बैंक ऑफ इंडिया
- इंडियन बैंक
- येस बैंक
- कोटक महिंद्रा बैंक
ऑनलाइन फंड कैसे ट्रांसफर करें?
ऑनलाइन नेफ्ट के द्वारा फण्ड ट्रांसफर करने के भी दो तरीके हैं। एक है नेटबैंकिंग से और दूसरा है बैंक के ऑफिसियल एप से। तो सबसे पहले हम आपको Netbanking से से पैसे ट्रांसफर करने का तरीका बताते हैं।
ध्यान दें जब आप किसी बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने के लिए उस बैंक अकाउंट को तुरंत एड करेंगे तो उसमें आप 24 घंटे तक सिर्फ कुछ ही रूपये ट्रांसफर कर सकते हैं। यह लिमिट भी हर बैंक की अलग अलग होती है।
जब भी आप नेफ्ट से किसी भी दूसरे बैंक में मनी ट्रांसफर करते हैं तो लेनदेन पूरा होने में एक घंटा लगता है। यानि कि जब आप मन लीजिये दोपहर के 1 बजे नेफ्ट करेंगे तो वो 2 बजे से पहले या इसके आसपास दूसरे बैंक अकाउंट में चले जाएंगे।
Netbanking से पैसे ट्रांसफर करने का तरीका
- सबसे पहले अपने इंटरनेट बैंकिंग पेज से अपने बैंक अकाउंट में लॉगिन करें
- अपने बैंकिंग होम पेज पर Fund Transfer या Money Transfer ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अब Fund Transfer पेज पर NEFT ऑप्शन पर क्लिक करें।
- आपके सामने एक लिस्ट खुल जाएगी। जिसे आप पैसा ट्रांसफर करना चाहते हैं उसके नाम पर क्लिक करें।
- अगर किसे नए अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करना है तो Add Recipient पर क्लिक करें। अब आप प्राप्तकर्ता का नाम, बैंक नाम, अकाउंट नंबर और IFSC कोड दर्ज करें।
- दर्ज की गई सारी जानकारी को दोबारा चेक करें।
- अब आपके द्वारा ऐड किए गए नए अकाउंट नंबर की वेरिफिकेशन करने के लिए आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP आएगा।
- OTP भरकर अकाउंट नंबर ट्रांसफर करने के लिए तैयार है।
- अब फिर से Recipient और उसके बैंक अकाउंट नंबर को चुनें और जितनी राशि आप ट्रांसफर करना चाहते हैं वो दर्ज करें।
- अब Verify बटन पर क्लिक करें।
- जल्द ही आपका पैसा ट्रांसफर हो जायेगा।
Mobile App से नेफ्ट करने का तरीका
- सबसे पहले अपने बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप में लॉगिन करना है।
- फिर Money Transfer, Fund Transfer या NEFT अगर दिया है तो उसपर क्लिक करना है।
- नेफ्ट में आने के बाद आपको बैंक अकाउंट एड करना है। जिसमें आपको पैसे भेजने हैं।
- फिर अपनी Amount डालनी है। किसी किसी बैंक में पैसे भेजने के कारण भी सेलेक्ट करना होता है। ऐसे में आप उस लिस्ट से अपना पैसे ट्रांसफर करने का कारण सेलेक्ट करें। आप Other पर क्लिक करके अपना कारण भी दर्ज कर सकते हैं।
- उसके बाद आपको Remarks में कुछ भी लिख देना है। जैसे Bill Payment, Udhar Ke Paise आदि।
- इसके बाद आपको डिटेल चेक करनी है। टर्म एंड कंडीशन पर टिक लगानी है। और Confirm या Verify पर क्लिक कर देना है।
- अब आपके पास ईमेल पर या sms पर OTP आएगा। उसे भरने के बाद Continue, Pay, Submit या Send में से कोई भी बटन हो उसे पर क्लिक कर देना है।
- एक घंटे के अंदर वो पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे।
हर बैंक का नेफ्ट करना का तरीका एवं प्रोसेस अलग अलग होती है। लेकिन लगभग कई बैंकों में इसी प्रक्रिया से नेफ्ट किया जाता है।
ऑफलाइन फंड कैसे ट्रांसफर करें?
- NEFT ट्रांसफर आप ऑफलाइन भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक फार्म भरकर बैंक में देना होगा।
- आप उस फार्म में पैसे भेजने वाले का और प्राप्त करने वाले, दोनों की पूरी जानकारी उस फार्म में भरनी होगी।
- उस फार्म में दोनों का नाम, अकाउंट नंबर, IFSC कोड, बैंक शाखा का नाम, खाते का प्रकार, ये सारी जानकारी दर्ज करनी होगी।
- अगर ट्रांसफर होने वाली राशि 50 हजार से ज्यादा है तो आपको पैन कार्ड भी चाहिए होगा।
NEFT ट्रांज़ैक्शन के स्टेटस को कैसे ट्रैक करें?
जब भी हम कोई लेनदेन करते हैं तो उसका एक UTR नंबर बनता है। जिससे किसी भी लेनदेन के स्टेटस को बैंक द्वारा या कस्टमर केयर के पास फ़ोन करके चेक किया जा सकता है। इसके अलावा आप नीचे बताये हुए स्टेप फॉलो करके भी स्टेटस चेक कर सकते हैं।
- अपने बैंक बैंक या ग्राहक CFC केंद्र से सम्पर्क करके ट्रांजैक्शन के स्टेटस को चैक किया जा सकता है। आपको लेनदेन की रसीद को प्रिंट करवा कर लेकर जाना होगा।
- सम्बन्धित बैंक की वेबसाइट पर भी सारी जानकारी उपलब्ध होती है।
- अगर ग्राहक लेनदेन के बारे में जानना चाहते हैं तो उसे बैंक को UTR नंबर, ट्रांजैक्शन की तारीख़ आदि जानकारी भी उपलब्ध करवानी होगी।
ट्रांसफर लिमिट क्या है?
इसमें वैसे तो ट्रांसफर की कोई सीमा नहीं है। यह आपके ऊपर होता है आप कितनी लिमिट सेट करना चाहते हैं। फिर भी आप एक दिन में 1 रूपए से लेकर आपके द्वारा सेट की गयी लिमिट तक कितनी भी राशि ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन जब आप किसी बैंक अकाउंट को पहली बार एड करते
हैं तो 24 घंटे में आप सिर्फ 50 हजार या फिर इससे भी कम राशि ही ट्रांसफर कर सकते हैं। यह भी हर बैंक का अलग अलग होता है।
ट्रांसफर के लिए जरुरी चीज़ें
- अगर राशि ट्रांसफर करने वाले का बैंक और प्राप्त करने वाले का बैंक इस सुविधा को प्रदान करने के लिए एलिजिबल हैं तो ही नेफ्ट से ट्रांसफर हो सकती है।
- आपको नेफ्ट करने के लिए दूसरे बैंक का अकाउंट नंबर, अकाउंट होल्डर का नाम, IFSC Code की जरुरत होगी।
- यदि आपको बड़ी राशि ट्रांसफर करनी है तो दूसरे बैंक अकाउंट को एड किये हुए 24 घंटे पूरे हो जाने चाहिए।
- राशि ट्रांसफर करने के बाद रसीद को डाउनलोड करलें।
फंड ट्रांसफर न होने की संभावनाएं और कारण क्या हैं?
- अगर आपका भेजा पैसा ट्रांसफर नहीं हो सका है तो हो सकता है कि आपने प्राप्तकर्ता की बैंक डिटेलस गलत भर दी हों।
- दूसरा कारण ये भी हो सकता है कि प्राप्तकर्ता के बैंक अकाउंट में नेफ्ट की सुविधा उस समय मौजूद ना हो।
- अगर किसी कारणों से फंड ट्रांसफर नहीं हो पा रहा है तो एक तय समय के बाद बैंक वो सारा पैसा आपके अकाउंट में वापिस डाल देता है।
- आपके द्वारा भेजे गए फण्ड को ट्रांसफर होने में एक घंटा लगता है। एक घंटा पूरा होता ही फण्ड दूसरे खाते में दिखने लगता है।
एनईएफटी ट्रांज़ैक्शन पर कितना शुल्क लगता है?
ट्रांजैक्शन राशि | शुल्क + GST |
10 हजार रूपए | ₹ 2 |
10 हजार से 1 लाख रूपए तक | ₹ 5 |
1 लाख से 2 लाख रूपए तक | ₹ 15 |
2 लाख रूपए से ज्यादा तक | ₹ 25 |
NEFT, UPI, और RTGS के बीच अंतर
ऑनलाइन फण्ड ट्रांसफर करने के लिए तीन तरीके प्रचलित हैं। ये हैं, NEFT, RTGS और UPI आदि। लेकिन तीनों में अंतर है। आईये अब आपको इन तीनों के बीच अंतर बताते हैं।
NEFT
इसके ज़रिये फंड ट्रांसफर बेचेस के हिसाब से होता है। इसके ज़रिये पैसा तुरंत ट्रांसफर नहीं होता है। हर आधे घंटे में फंड ट्रांसफर के लिए बैच रिलीज़ किये जाते हैं।
उस आधे घंटे में जितने लोगों ने फंड ट्रांसफर किया होता है, उन सबके पैसे एक बैंक से दूसरे बैंक में भेज दिए जाते हैं। हर ट्रांजैक्शन की प्रोसेस हर आधे घंटे बाद होती है। नेफ्ट के जरिये आप कितनी भी राशि ट्रांसफर कर सकते हैं।
UPI
UPI एक मोबाइल पेमेंट सिस्टम है। इसका फुल फॉर्म है – Unified Payments Interface. इससे आप कुछ ही सेकंडों में एक खाते से दूसरे खाते तक पैसे भेज सकते हैं।
इसमें कोई शुल्क नहीं लगता है। लेकिन आप UPI से एक दिन में 1 लाख से ज्यादा की राशि ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं। और साथ ही आप इससे एक दिन में सिर्फ 10 बार ट्रांजक्शन कर सकते हैं।
RTGS
RTGS यानी कि Real Time Gross Settlement के ज़रिये पैसा तुरंत एक बैंक से दूसरे बैंक में ट्रांसफर हो जाता है। ये असल में ज्यादा राशि के लिए होता है, जिसका भुगतान तुरंत करना होता है।
इससे कम से कम 2 लाख की राशि और ज्यादा से ज्यादा कितनी भी राशि का ट्रांसफर किया जा सकता है।
Conclusion
आपने इस आर्टिकल में जाना कि NEFT kya hai, इसके क्या-क्या लाभ हैं, कैसे इसका लाभ उठाया जा सकता है। अगर आप इंटरनेट बैंकिंग करना जानते हैं और घर बैठे सारा लेनदेन करना चाहते हैं तो आप अब असानी से सारी पेमेंट कर सकते हैं।
अगर आपके मन में नेफ्ट, IMPS, RTGS से सम्बन्धित कोई प्रश्न हों तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। आपको ये आर्टिकल लाभप्रद लगा हो तो शेयर जरूर करें।