KYC क्या है? | बैंक खाते में मोबाइल नंबर लगवाना क्यों जरुरी है?

KYC एक ऐसा शब्द है जो हमें अक्सर सुनने को मिल ही जाता है। बुजुर्ग लोग, या हम में से ही कई लोग ये भूल जाते हैं। कि हमारे खाते में कौनसा मोबाइल नंबर लगा है। कई बार तो मोबाइल नंबर बंद हो जाने और खो जाने की स्थिति में भी बैंक खाते में मोबाइल नंबर अपडेट करवाना होता है।

ऐसे में जब हम बैंक में मोबाइल नंबर अपडेट करवाने जाते हैं। तो सबसे पहले हमें एक फॉर्म भरना होता है। जिसे KYC फॉर्म कहते हैं। इस लेख में आप इस फॉर्म के बारे में तो जानेंगे ही साथ में यह भी जानेंगे की बैंक खाते में मोबाइल नंबर लगवाना क्यों जरुरी है।

केवाईसी क्या होता है? (What is KYC?)

KYC की फुल फॉर्म (Full Form) होती है Know Your Customer. यह एक ऐसा फॉर्म होता है। जो आपको हर सरकारी या प्राइवेट बैंक में देखने को मिल ही जायेगा। हालाँकि कुछ बैंक ऐसे भी जिन्होंने KYC की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। 

इस फॉर्म के द्वारा बैंक अपने कस्टमर द्वारा दी गयी डिटेल को वेरीफाई करते हैं। कस्टमर को अगर अपना मोबाइल नंबर अपडेट करवाना हो, ईमेल आईडी अपडेट करवानी हो, घर का एड्रेस बदलवाना हो। तो ऐसी स्थिति में यह फॉर्म भरना होता है।   

बैंक खाते में मोबाइल नंबर लगा है यह नहीं कैसे चेक करें? 

हर नागरिक के पास बैंक खाता जरूर होता है। और बैंक खाते के साथ मोबाइल नंबर भी लिंक होना ही चाहिए। 

लेकिन कई बार हमारे पास एक से ज्यादा मोबाइल नंबर होते हैं। तो हम भूल जाते हैं कि कौन सा मोबाइल नंबर खाते से लिंक है, या लिंक है भी या नही, ये पता करना जरूरी होता है। 

आइये आपको बताते हैं कि कैसे हम जान सकते हैं कि मोबाइल नंबर बैंक खाते से लिंक है भी या नही ।

  • इसके लिए सबसे पहले आप Public financial management system की वेबसाइट pfms.nic.in पर जाएं और सर्च करें pfms ।
  • अब रिजल्ट ऑप्शन पर क्लिक करें और know your payment ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • यहां से आप अपना बैलेंस भी चेक कर सकते हैं। आप इसी ऑप्शन पर क्लिक करें और अपना मोबाइल नंबर भरें।
  • अब आपको सिर्फ BANK OF … टाइप करना है। बैंक के नामों को लिस्ट खुल जाएगी। अब अपने बैंक का नाम सेलेक्ट करें।
  • कैपचा कोड डालें और सर्च करें।
  • लिंकड मोबाइल नंबर पर ओटीपी के लिए रिक्वेस्ट डाली जाएगी।
  • तभी मोबाइल नंबर के आखरी चार अंक दिखाए जाएंगे जिन पर ओटीपी भेजा गया है।
  • अब इन आखरी चार अंकों से आप अनुमान लगा सकते हैं कि आपके बैंक खाते के साथ कौन सा मोबाइल नंबर दर्ज है।

बैंक खाते में मोबाइल नंबर लगवाने के तरीके एवं प्रक्रिया 

अब बैंकों ने अपने सभी कामों को डिजिटल कर दिया है। अब हम घर बैठे अपने मोबाइल पर बैंक से रिलेटेड कोई भी जानकारी पता कर सकते हैं। 

पर इसके लिए जरूरी है कि बैंक खाता मोबाइल नंबर से लिंक हो। अगर अभी तक आपका मोबाइल नंबर आपके बैंक खाते से लिंक नहीं है तो आप तीन तरीकों से अपने मोबाइल नंबर को बैंक खाते से लिंक करवा सकते हैं।

एटीएम द्वारा लिंक करना 

बैंक खाते को मोबाइल नम्बर से लिंक करने के लिए अपने बैंक के नज़दीकी एटीएम पर जाएँ।

  • अपना एटीएम कार्ड स्वाइप करके एटीएम पिन कोड दर्ज करें।
  • इसके बाद एटीएम की स्क्रीन पर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करके एटीएम पिन कोड डालना है।
  • मोबाइल नंबर को बैंक खाते से लिंक करवाने के लिए NEW REGISTRATION पर क्लिक करें।
  • अब अपना मोबाइल नंबर डालकर CORRECT के बटन पर क्लिक करें। अब फिर वही प्रक्रिया दोहरायें यानी कि दो बार वही नंबर डालना है।
  • मोबाइल नंबर डालकर कन्फर्म करें।
  • इस तरह से आप एटीएम मशीन से अपना मोबाइल नंबर बैंक खाते से अटैच करवा सकते हैं।

नेट बैंकिंग द्वारा लिंक करना 

नेट बैंकिंग द्वारा बैंक खाते को मोबाइल नंबर से लिंक करने के लिए अपने बैंक के ऑफिशल वेबसाइट पर जाएँ।

  • अब अपना user id और password डालकर login करें और अपनी प्रोफाइल पर जाएं।
  • बैंक अकाउंट में मोबाइल नंबर रजिस्टर करने के लिए Mobile Update  के ऑप्शन को सेलेक्ट करें।
  • अब अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करें।
  • बैंक अकाउंट के साथ अपना नया मोबाइल नंबर अपडेट कर दें।
  • अब आपके बैंक अकाउंट से मोबाइल नंबर रजिस्टर हो जाएगा।

KYC फॉर्म बैंक में जाकर से मोबाइल नंबर लिंक करवाना 

अगर आप ऊपर दिए किसी भी तरीके से अपना मोबाइल नंबर बैंक खाते से लिंक नहीं करवा पा रहे हैं तो आप बैंक ब्रांच में जाकर भी ये काम करवा सकते हैं। 

  • इसके लिए आपको बैंक कर्मचारी से KYC Form लेना होगा। फार्म में पूछे गए सभी डिटेलस को भरकर बैंक अधिकारी के पास जमा करवाना होगा। 
  • इसके कुछ दिनों बाद आपका मोबाइल नंबर बैंक खाते से लिंक हो जाएगा।

KYC फॉर्म कैसे भरें (KYC Form Kaise Bhare?) 

जब भी आप अपने बैंक में मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, आधार कार्ड और घर का नया पता आदि अपडेट करवाने जाते हैं। तो सबसे पहले आपको एक फॉर्म भरना पड़ता है। जिसे KYC फॉर्म कहते हैं। इस फॉर्म को भरना वैसे तो काफी आसान है। 

लेकिन फिर भी फॉर्म को भरते समय कुछ चीज़ों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है। क्योंकि अगर आप ध्यान से फॉर्म को न भरें तो आपके खाते में गलत डिटेल अपडेट हो सकती है। जिससे आपको नुक्सान भी हो सकता है। 

यहाँ हम आपको कुछ ऐसे पॉइंट्स बताएँगे। जिन्हें फॉलो करके आप आसानी से KYC Form भर पाएंगे। यह इस प्रकार हैं। 

  • सबसे पहले अपना नाम, माता या पिता के नाम  को स्पष्ट एवं इंग्लिश के Capital Letter में लिखें। 
  • यदि पासबुक में Customer ID दी हुई है तो लिखें। फिर Account Number लिखें। 
  • फिर PAN में Pan Card Number लिखें । इसके बाद Aadhaar Card Number लिखें। 
  • इसके बाद नीचे दिए Pan Card के सामने टिक लगा दें। 
  • Gender चुनें। फिर Single या Married में से कोई एक चुने, फिर Date of Birth लिख दें।  
  • अब एड्रेस डिटेल में यदि आपका घर कहीं और है और आप किसी दूसरे शहर में खाता खुलवा रहे है। तो Address for Correspondence में जहाँ आप अभी रह रहे हैं। वहां का एड्रेस लिखें। 
  • फिर Permanent Address में अपने घर का एड्रेस लिखें। 
  • अगर आपका खाता आपके ही शहर में है। तो आपको सिर्फ परमानेंट एड्रेस में ही घर का पता लिखना है। 
  • Other Details में कुछ नहीं लिखना है। इसके नीचे दिए Declaration में पहले जिस दिन KYC करवा रहें हैं। उस दिन की तारीख लिखनी है। फिर साइड में दिए Signature of the Applicant में अपने दस्तखत करने है। 

हर बैंक का अपना एक अलग KYC फॉर्म होता है। लेकिन डिटेल आपको इसी तरह से भरनी है। आप नीचे दिए लिंक से SBI का KYC फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। 

KYC से बैंक खाते में मोबाइल नंबर लगवाने के फायदे 

बैंक खाते को मोबाइल नंबर से लिंक करवाने के कई फायदे हैं जैसे –

  • बैंक अकाउंट से मोबाइल नंबर लिंक होने से आप घर बैठे बैंक खाते की पूरी डिटेल जान सकते हैं।
  • मोबाइल नंंबर से खाता लिंक है तो आप अपने बैंक अकाउंट का बैलेंस घर बैठे चेक कर सकते हैं और अकाउंट स्टेटमेंट भी प्राप्त कर सकते हैं।
  • बैंक खाता लिंक होने से आप कहीं से भी पैसों का लेनदेन ऑनलाइन कर सकते हैं।
  • अगर कभी आपके बैंक खाते से कोई छेड़छाड़ की जाएगी तो आपको SMS के माध्यम से तुरंत पता चल जाएगा। पर इसके लिए आपको SMS  सुविधा को भी चुनना पड़ेगा।
KYC Form
खाते में मोबाइल नंबर लगवाना क्यों जरुरी है।

बैंक खाते में मोबाइल नंबर ना लगवाने के नुक्सान 

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत सरकार ने बैंक खातों को मोबाइल नंबर से लिंक करना जरूरी कर दिया है। लिंक ना करवाने पर कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है जैसे –

  • आपके खाते में होने वाले ट्रांसक्शन का पता नहीं चल पायेगा। 
  • बैंक की तरफ से आपके पास कोई नोटिफिकेशन नहीं आ पायेगा। 
  • आप कस्टमर केयर के नंबर पर खाते की जानकारी नहीं ले पाएंगे। 
  • नेटबैंकिंग से कोई भी लेनदेन नहीं कर पाएंगे। 
  • आप अपने मोबाइल से UPI पेमेंट नहीं कर पाएंगे। 
KYC Form
खाते में मोबाइल नंबर क्यों लगवाना चाहिए।

बैंक खाते में मोबाइल नंबर लगवाना क्यों जरुरी है 

जब से ऑनलाइन पेमेंट करने का चलन बढ़ा है तब से ऑनलाइन ठगी के मामले भी बढ़े हैं। इसी ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने और मनी ट्रांजैक्शन को बेहतर बनाने के लिए आरबीआई ने बैंक खातों को मोबाइल नंबर से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। 

अगर आपका मोबाइल नंबर आपके बैंक अकाउंट से अटैच नहीं है तो आप किसी भी तरह का पैसों का लेनदेन नहीं कर पाएंगे। अब आपको समय समय पर अपनी ईमेल आईडी को भी अपडेट करना जरूरी हो गया है। 

अगर आपके साथ कोई ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है तो अब आप बैंक को ईमेल भेजकर डायरेक्ट कंप्लेंट दर्ज करा सकते हैं। अगर आप खाते से जुड़ा मोबाइल नंबर बदलना चाहते हैं तो घर बैठे ये काम आप आसानी से कर सकते हैं। 

Conclusion 

कुलमिलाकर हम ये कह सकते हैं कि हमें अपने बैंक अकाउंट से मोबाइल नंबर को जरुर लिंक करवा लेना चाहिए। ये जरूरी भी है और इसमें हमारे ही बहुत से फायदे छुपे हुए हैं। 

हालांकि ये प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है पर इससे हम भविष्य में पैसों के लेनदेन से होने वाली दिक्कतों से बच सकते हैं। साथ ही हमें SMS अलर्ट सुविधा को भी जरूर चालू रखना चाहिए।

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