Debit Card क्या होता है? | फायदे, प्रकार, चालू करने के एप्लीकेशन

रोजमर्रा की जिंदगी में दीनबदिन कैशलेस पेमेंट का चलन बढ़ता जा रहा है। कोरोना महामारी के बाद से तो डिजिटल पेमेंट में काफी ज़्यादा बढ़ोतरी हुई है। डिजिटल पेमेंट करने के कई साधन हैं जैसे कि डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, रुपे कार्ड, पेटीएम आदि। इन साधनों से किसी भी सेवा के लिए पेमेंट करना आसान हो गया है। इस आर्टिकल में आज हम ऐसे ही एक साधन डेबिट कार्ड के बारे में बताने वाले हैं। 

क्या है ये डेबिट कार्ड, कैसे इसको प्राप्त करें, इसके क्या लाभ हैं, इसके साथ क्या फ़्रॉड हो सकते हैं, कैसे इन फ़्रॉड से बच सकते हैं, आदि। इन सबके बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से बताने की कोशिश की गई है। तो डेबिट कार्ड से रिलेटेड सारी जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

डेबिट कार्ड एक तरह का ATM Card ही होता है जो ग्राहक के सेविंग अकाउंट से अटैच होता है। डेबिट कार्ड से आप सभी तरह की ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं। अगर डेबिट कार्ड है तो साथ में कैश लेकर चलने की जरूरत नहीं होती। 

यह एक PVC प्लास्टिक से बना हुआ कार्ड होता है। जिसकी मदद से आप कहीं भी कार्ड को मशीन में स्वाइप करके पेमेंट कर सकते हैं। 

Debit Card के Benefits

सरल और सुरक्षित इस्तेमाल – डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना काफी आसान है और सुरक्षित भी है। डेबिट कार्ड से कोई पेमेंट करनी हो तो पहले एक पिन कोड डालना होता है, तभी पेमेंट हो सकेगी।

अगर कभी आपका डेबिट कार्ड गुम हो जाए या चोरी हो जाए तो आप तुरंत बैंक को कॉल करके कार्ड को ब्लॉक करवा सकते हैं क्यूंकि कई बैंकों की सेवाएँ 24×7 जारी रहती हैं।

कोई वार्षिक फीस नहीं – डेबिट कार्ड को इस्तेमाल करने के लिए कोई वार्षिक शुल्क नहीं देना पड़ता। हालांकि कुछ बैंक मामूली सी फीस लेते हैं।

कोई ब्याज नहीं – डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करने पर कोई ब्याज नहीं देना पड़ता है क्यूंकि पैसे सीधे आपके अकाउंट से ही कटते हैं।

इमरजेंसी में लाभदायक – अगर आपको अचानक से कभी पैसों की जरूरत पड़ जाए तो आप आसानी से किसी ATM से निकाल सकते हैं।

फालतू खर्च नहीं – डेबिट कार्ड से अगर आप शॉपिंग करते हैं तो आप सिर्फ उतना पैसा ही खर्च सकेंगे जितना कि आपके अकाउंट में होगा। आप अतिरिक्त खर्चा नहीं कर पाएंगे।

खरीददारी पर रिवॉर्ड – डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करने पर कई बैंकों की तरफ से आपको रिवॉर्ड पॉइंट मिलते हैं। इन रिवॉर्ड पॉइंट्स से आप शॉपिंग कर सकते हैं या उन्हें पैसों में बदल सकते हैं।

Eligibility - Debit Card

डेबिट कार्ड प्राप्त करने के लिए पात्रता

  • आवेदक को भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए।
  • किसी भी बैंक में सेविंग खाता या चालू खाता होना चाहिए।
  • आपके बैंक खाते में आवश्यक पैसे जरूर होने चाहिए।
Types of Debit Card

डेबिट कार्ड के प्रकार

  • वीजा डेबिट कार्ड 
  • वीज़ा इलेक्ट्रान डेबिट कार्ड 
  • रुपे डेबिट कार्ड 
  • मास्टरकार्ड डेबिट कार्ड 
  • मैस्ट्रो डेबिट कार्ड 
  • सम्पर्क रहित डेबिट कार्ड 

अप्लाई कैसे करें

  • सबसे पहले आप अपने बैंक की ऑफिशल वेबसाइट पर जाएँ पर्सनल बैंकिंग/ रिटेल बैंकिंग सेक्शन में जाकर डेबिट कार्ड/ क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करें।
  • डेबिट कार्ड का कौन सा प्रकार आपको चाहिए, आप ये चुन लें।
  • अब आप अपने आवश्यक दस्तावेज और जानकारी सही से अपलोड कर दें। ये दस्तावेज और जानकारी केवल अपडेट और वेरिफिकेशन करने के लिए ही मांगी जाती है। 
  • आपको 2-3 दिन बाद आपका डेबिट कार्ड मिल जाएगा।
  • कार्ड के साथ आपको कुछ सीक्रेट जानकारी का सेट भी मिलेगा जिसमें पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर या पिन मिलेगा।
  • अब आप डेबिट कार्ड को इस्तेमाल कर सकते हैं।

डेबिट कार्ड ब्लॉक या बंद क्यों हो जाता है

  • अगर आप 3 बार लगातार गलत पिन दर्ज करते हैं तो आपका डेबिट कार्ड ब्लॉक हो जाएगा।
  • अगर कार्ड एक्सपायर हो जाए तो ब्लॉक कर दिया जाता है।
  • अगर कार्ड चोरी हो जाए या गुम जाए तो आपकी कंप्लेंट पर कार्ड ब्लॉक कर दिया जाता है। 
  • एटीएम बैंक में आने के बावजूद आप काफी समय बाद एटीएम लेने जायें तब भी कोई गतिविधि न होने की वजह से कार्ड ब्लॉक कर दिया जाता है। 

Debit Card चालु करवाने के लिए एप्लीकेशन

अगर आपका कार्ड ब्लॉक हो गया है तो आप उसे दोबारा चालू करवाने के लिए एक एप्लिकेशन लिखकर चालू करवा सकते हैं। ये एप्लिकेशन इस तरह से होगी –

सेवा में 

            शाखा प्रबंधक 

            (शाखा का नाम) 

            (जगह का नाम) 

विषय – डेबिट कार्ड चालु करवाने के लिए  

महोदय

मैं (आपका नाम) आपके बैंक का खाताधारी हूँ। मेरा डेबिट कार्ड किसी कारण से ब्लॉक हो गया है। मैं इससे पैसे नहीं निकाल पा रहा हूँ। किरपा करके मेरा डेबिट कार्ड चालू कर दें या नया कार्ड प्रदान करें। 

आपका विश्वासी 

(आपका नाम) 

खाता नंबर – (-)

(आपका पता) 

(आपके हस्ताक्षर) 

बैंक में KYC करवाने के लिए भी कहा जा सकता है। जिसके बाद आपका डेबिट कार्ड चालु हो जायेगा या नया कार्ड जारी कर दिया जाएगा। 

KYC क्या है, कैसे करते हैं, अगर आपको इसके बारे में नहीं पता तो KYC  पर हमने एक आर्टिकल लिखा हुआ है आप वहां से इसे समझ सकते हैं। 

SBI डेबिट कार्ड का PIN कैसे Generate करवाएं

SBI डेबिट कार्ड का पिन आप कई तरीकों से जनरेट करवा सकते हैं। जैसे कि –

ATM पर जाकर -

  • बैंक के नज़दीकी ATM पर जाएँ और अपना डेबिट कार्ड मशीन में डालें और पिन जनरेशन के ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • आप 11 अंकों का अकाउंट नंबर डालें और वेरीफाई के बटन पर क्लिक करें। 
  • अब आपसे आपका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर मंगा जाएगा। उसे दर्ज करें और वेरीफाई के बटन पर क्लिक करें।
  • अब स्क्रीन पर आपको मेसेज आएगा कि आपका ग्रीन पिन आपके मोबाइल नंबर पर भेज दिया जाएगा। 
  • अब वेरीफाई बटन पर क्लिक करें।
  • फिर आपको SMS के माध्यम से ग्रीन पिन भेज दिया जाएगा। 

इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करके -

  • आप SBI की ऑनलाइन बैंकिंग में लॉगिन करें ।
  • अब main menu से e -services > atm card services ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • इस पेज पर ATM  Pin Generation ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • Use One time password या Use profile password ऑप्शन में से आप Use profile password ऑप्शन को चुनें और सम्बन्धित बैंक खाते को चुनें। अब सबमिट पर क्लिक करें।
  • अब SBI डेबिट कार्ड चुनें और वेरीफाई के बटन पर क्लिक करें।
  • अब आपके सामने atm pin generation पेज आ जाएगा। अब यहाँ पर नया पिन बनाने के लिए कोई 2 अंक दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर 2 अंकों वाला एक SMS प्राप्त होगा। 
  • अब स्क्रीन पर आपके द्वारा दर्ज किए 2 अंक और sms से प्राप्त 2 अंक दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • अब आपको एक मेसेज दिखाई देगा जिसमें लिखा होगा कि आपका पिन जनरेट कर दिया गया है।
  • अब इस पिन को atm पर लेनदेन करके एक्टिव कर लें।

Hotlist Debit Card का मतलब क्या होता है?

hotlist डेबिट कार्ड का मतलब होता है कि आपका कार्ड स्थाई रूप से ब्लॉक कर दिया गया है। अब इसमें कोई लेनदेन नहीं हो सकेगा।

ये सिथति तब उत्पन्न होती है जब आपका कार्ड चोरी हो जाता है या गलत हाथों में चला जाता है। तब आपको नुकसान या फ़्रॉड से बचाने के लिए आपके डेबिट कार्ड की hotlisting कर दी जाती है। 

डेबिट कार्ड फ्रॉड्स से बचने के तरीके

  • अगर आपके पास बैंक के नाम से कोई कॉल आती है तो सबसे पहले कॉल करने वाले की प्रोफाइल चेक करें। उन्हें अपने डेबिट कार्ड से रिलेटेड कोई भी पासवर्ड, पिन या ओटीपी की जानकारी ना दें क्यूंकि बैंक की तरफ से ऐसी कोई कॉल नहीं की जाती है। 
  • आप अपने डेबिट कार्ड के लिए कोई मजबूत पासवर्ड रखें जो आसानी से कोई चुरा ना सके। इस पासवर्ड को कहीं भी लिखने से बचें।
  • अपने डेबिट कार्ड स्टेटमेंट को चेक करते रहें। अगर आपको कुछ भी गड़बड़ लगे तो तुरंत कार्ड को ब्लॉक करवा दें।
  • जब आप ATM मशीन में कार्ड स्वाइप करने से पहले ये जरूर चेक करलें कि कहीं उसके साथ कोई छेड़खानी तो नहीं की गई है। जब आप ATM मशीन का उपयोग कर रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि आपके आस पास कोई ना हो।
  • आप अपने डेबिट कार्ड में कभी भी ज्यादा पैसा ना रखें। इसकी लिमिट कम ही रखें। 

Conclusion

इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि Debit Card  Kya hota hai, यह कैसे प्राप्त किया जा सकता है, इसके क्या फायदे हैं आदि। पेमेंट करने का ये सबसे अच्छा तरीका है। 

उम्मीद है आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा। इस आर्टिकल से सम्बंधित अगर आपके मन में कोई प्रशन है तो कमेंट जरूर करें। 

जी नहीं, UPI पेमेंट्स करने के लिए आपको एक बार डेबिट कार्ड से बैंक को किसी भी UPI पेमेंट एप में एड करना पड़ेगा। तभी आप UPI पेमेंट कर पाएंगे। 

सबसे पहले एटीएम कार्ड को खोजने की कोशिश करें। यदि कार्ड कहीं गिर गया है या चोरी हो गया है तो तुरंत बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर फ़ोन करके डेबिट कार्ड को ब्लॉक करवाएं। 

ATM Card Block करवाने के लिए आपको अपने बैंक की पासबुक के पीछे या बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट से कस्टमर केयर का नंबर मिल जाएगा। 

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