Startup India Seed Fund Yojana || SISFS || How to apply || Full details in Hindi

Startup India Seed Fund Yojana भारत में स्टार्टअप को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई है। इसे स्टैंड-अप इंडिया के तहत शुरू किया गया। सरकार नए और बेहतर Business idea वाले स्टार्टअप्स को उनके शुरुआती दौर पर 50 लाख तक की सहायता उपलब्ध कराएगी। योजना की संपूर्ण जानकारी के लिए लेख को अंत तक पढ़े।

Contents

स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना को क्यों लागू किया गया?

Angel Investors और Venture Capitalist उन्हीं स्टार्टअप में निवेश करते हैं, जिन्होंने अपने Concept Proof करा दिया है। इसी तरह बैंक भी सिर्फ Security पर लोन उपलब्ध कराते हैं। 

इसलिए यह जरूरी है की Full Potential वाले स्टार्टअप्स को आगे बढ़ने के लिए Funding मिले।

Seed Fund Yojana का उद्देश्य

 Start up India Seed Fund Yojana का उद्देश्य है, स्टार्टअप को Financial Support देना। जिसमे

  • Concept Proof 
  • prototype, 
  • Product Trial 
  • Market Entry 
  • Startup Commercialize 

करने के लिए राशि उपलब्ध कराई जाती है। 

इस योजना से स्टार्टअप को उस level तक पहुंचाया जाएगा। ताकि वह Angel Investors, Venture Capitalist or Loan के काबिल हो जाए। Loan चाहे वह Bank से हो या Financial Institute से।

सीड फण्ड योजना कैसे कार्य करती है? (How does Startup Seed fund Yojana Works?)-

How SISF works

सीड फण्ड योजना के अंदर नीचे दी गयी पार्टी शामिल हैं

  1. Department of promotion of industry and internal trade (DPIIT)
  2. Expert Advisory Commitee(EAC)  – Government Representative and Industry Experts, 
  3. Incubators – Government/ non-government assisted.
  4. Startups – DPIIT registered with less than 2 year of incorporation.

स्टार्टअप को आवेदन करने के लिए Incubator से रजिस्ट्रेशन कराना होता है। Incubator, EAC द्वारा चुने जाते हैं। और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (DPIIT) सीड फण्ड योजना की देखरेख करता है।

बीज फंड योजना की विशेषता (Features of Startup India Seed Fund Yojana)-

  • स्टार्टअप और इनक्यूबेटर दोनों के लिए पूरे साल भर मैं कभी भी अप्लाई कर सकते हैं। 
  • यह योजना पूरे देश में लागू है। 
  • एक स्टार्टअप तीन इनक्यूबेटर्स से एक साथ अप्लाई कर सकता है। 
  • कोई भी स्टार्टअप (चाहे वह किसी भी क्षेत्र में कार्य करते हो) आवेदन कर सकते हैं। 
  • स्टार्टअप को फिजिकल इनक्यूबेशन की जरूरत नहीं (registration process is completely online)। 
  • EAC, eligible इनक्यूबेटर्स को चुनेंगे और पैसों का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करेंगे।

Expert Advisory Committee, DPIIT द्वारा निर्धारित एक committe है। जो Startup India Seed Fund योजना की निगरानी रखती है। 

SISF में कोन आवेदन कर सकता है? (Which parties may apply in this scheme)

स्टार्टअप और इनक्यूबेटर्स Startup India Seed fund में आवेदन कर सकते हैं। Scheme के तहत 3600 स्टार्टअप, और 300 इनक्यूबेटर्स को चुना जायेगा।

स्टार्टअप के लिए आवेदन की पात्रता (Beneficiary Criteria for Startups in SISF Yojana)

योजना में आवेदन के लिए Startup कैसा होना चाहिए-

  • Startup का DPIIT से रजिस्टर होना जरूरी है।
  • आवेदन फॉर्म भरते वक्त स्टार्टअप की Incorporation Date 2 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। 
  • कंपनी अधिनियम, 2013 और सेबी (ICDR) विनियम, 2018 के अनुसार, स्टार्टअप में भारतीय Promotors की हिस्सेदारी कम से कम 51% होनी चाहिए।
  • स्टार्टअप को किसी अन्य केंद्र या राज्य सरकार की योजना के तहत 10 लाख रुपये से अधिक की Monetary Help प्राप्त नहीं होनी चाहिए। इसमें प्रतियोगिताओं और भव्य चुनौतियों से पुरस्कार राशि, रियायती कार्य स्थान, संस्थापक मासिक भत्ता, प्रयोगशालाओं तक पहुंच, या prototype सुविधा तक पहुंच शामिल नहीं है।
  • स्टार्टअप के Main service or product, Business Model, Distribution system, or working system में Technology का इस्तेमाल होना जरूरी है।

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किस तरह के स्टार्टअप को योजना में Preference मिलती है?

SISF में हर तरह के स्टार्टअप आवेदन कर सकते हैं। लेकिन कुछ innovative solutions वाले स्टार्टअप्स को योजना में preference मिलेगा। जिसमे शामिल हैं – 

social impact, waste management, water management, financial inclusion, education, agriculture, food processing, biotechnology, healthcare, energy, mobility, defense, space, railways, oil and gas, textiles, etc.

Seed Fund योजना में आवेदन की प्रक्रिया

  • Registration की प्रक्रिया पूरी तरह online है।
  • सबसे पहले आप स्टार्टअप को DPIIT से रजिस्टर कराएं:  यहां से जानें कैसे।
  • अपनी LoginID के साथ official website पर login करें।
  • स्टार्टअप से जुडी जानकारी भरें।
  • DPIIT ने आवेदन प्रक्रिया के लिए ये pdf जारी की है। इसमें योजना में आवेदन की हर stage को बेहतर तरीके से बताया गया है:  Application guide

SISF में कितना Seed Fund मिलता है?

Difference betwwen grat and debentures in seed fund scheme

 योग्य स्टार्टअप्स को incubator द्वारा funding इस तरह मिलती है :

  • Up to Rs. 20 Lakhs as grant for validation of Proof of Concept, or prototype development, or product trials. The grant shall be disbursed in milestone-based installments. These milestones can be related to development of prototype, product testing, building a product ready for market launch, etc
  • 50 लाख तक का investment market entry, commercialization, or scaling up के लिए। ये  convertible debentures or debt or debt-linked instruments के जरिये मिलते हैं। 
  • एक startup, योजना के तहत दोनों तरह का seed support ले सकते हैं। grant and debt/convertible debentures. लेकिन एक बार में एक ही।

Startup Application किसके द्वारा review की जाएगी?

इनक्यूबेटर्स द्वारा एक टीम बनाई जाएगी।  Incubator Seed Management Committee.

  • यह committe ही एप्लीकेशन को select या reject करेंगी।
  • वह कमेटी answerable होगी कि स्टार्टअप कैसे कार्य कर रहा है और उसे कब कितने पैसे की जरूरत होगी।
  • ISMC कमेटी में होते हैं :
    •  Nominee of Incubator (Chairman)
    •  A representative from the State Government’s Startup Nodal Team
    •  A representative of a Venture Capital Fund or Angel Network
    •  A domain expert from Industry
    •  A domain expert from academia
    •  Two successful Entrepreneurs
    •  Any other relevant Stakeholder

क्या seed fund एक लोन है? यह कैसे काम करता है?

  • Grant में आपको ब्याज नहीं देना है।
  • Debentures में स्टार्टअप्स को ब्याज देना होगा, लेकिन, कम दरों पर।
  • स्टार्टअप के select होने के बाद incubators के साथ legal documents बनेंगे। जिसमे ये सारी बातें निश्चित की जाएँगी की स्टार्ट-अप के fail होने पर क्या होगा।
  • स्टार्टअप के fail होने पर entrepreneur को fail होने का कारण, उनकी learnings की report। और fund का utilisation certificate भी जमा करना होगा।

योजना में सरकार स्टार्टअप्स देख-रेख कैसे करती है?

How startups are monitored unders Startup India Seed Fund Yojana
  • हर स्टार्टअप को incubator team से जुड़ना होता है और हर 15 दिन के अंदर उनसे videoconferences or physical meetings के जरिये updates देनी होती हैं। 
  • ये updates हर महीने आपको scheme के dashboard पर भी डालनी होंगी। 
  • In case of milestone-based disbursements, startup shall submit the interim progress update and utilisation certificate to initiate the release of subsequent installment of grant. 
  • Project के ख़त्म हो जाने  स्टार्टअप को final report और audited utilisation certificate भी जमा करने होंगे।

scheme से जुडी किसी परेशानी के आने पर कहाँ संपर्क करें?

अगर स्टार्टअप या इनक्यूबेटर को किसी भी पार्टी से जुडी कोई परेशानी है। तो निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके grievance form भर सकते हैं –  Contact form

Seed fund की पहली installment को आने में कितना समय लगेगा?

Grant के लिए ->

60 दिन से ज्यादा का समय नहीं लगेगा। उसके आगे की Installment के लिए स्टार्टअप को interim progress update and utilization certificate जमा करने होंगे। 

For debt or convertible debentures->

कोशिश की जाएगी कि फंड 60 दिन में मिल जाए। लेकिन उसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है।

योजना में सिलेक्ट होने के बाद फंड ना लेने की प्रक्रिया

 जब तक एप्लीकेशन सिलेक्ट नहीं हुई है-

स्टार्टअप आसानी से dashboard के पर अपनी application को cancel क्र सकते हैं। 

application approve होने के बाद-

एक letter लिखना होगा। जिसमे ना लेने का कारण लिखना होगा। letter के acknowledgment के बाद आप application cancel कर दें।  

Fund मिलने के बाद-

Incubators को Letter लिखना होगा कि लाभ क्यों नहीं लेना चाहते हैं। उसके बाद 15 दिन के अंदर स्टार्टअप को  fund वापस लौटाना होगा। fund refund के Acknowledge होने के बाद अपनी application को cancel करना होगा

आधिकारिक वेबसाइट

Click here to visit:  official website

FAQs

नहीं, आवेदन के वक्त incorporation period 2 साल से ज्यादा नहीं होना चाहिए।

यह पूरी तरह आप पर निर्भर होगा। कि आप किन इनक्यूबेटर्स में आवेदन चाहती है। अपनी मर्जी से किसी भी इनक्यूबेटर के लिए अप्लाई कर सकते हैं। लिस्ट देखने के लिए यहां देखें –Registered incubator list

आवेदक स्टार्टअप्स incubators के  sector, stage, business needs, and strategic goals के हिसाब से चुनाव कर सकते हैं। 

आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से online है। लेकिन seed funding के बाद आप को हर महीने इनक्यूबेटर से मिलना होगा। ताकि स्टार्टअप इनक्यूबेटर से सलाह ले सकें। Incubators, स्टार्टअप पर निगरानी रख सके और उसकी progress को देख सकें।

हां आप दोबारा अप्लाई कर सकते हैं। लेकिन 3 महीने के बाद। यह 3 महीने आपको इसलिए दिए गए है की आप इनक्यूबेटर द्वारा दिए गए points पर काम कर सके और प्रोडक्ट को बेहतर बना सके।

नहीं वे योजना के लिए पात्र नहीं हैं। केवल DPIIT से recruitment किए गए स्टार्टअप ही SISF में apply कर सकते हैं। 

Stratup को चुने जाने पर कंपनी के bank account में पैसे डाले जाते हैं। 

Startups फंड का इस्तेमाल केवल उन्हीं जगह पर कर सकते हैं। जिसके लिए उन्हें grant किया गया है। अन्य जगह पर हो उस पैसे का इस्तेमाल नहीं कर सकते। 

नहीं। योजना में आवेदन से लेकर लाभ मिलने तक कोई भी फीस नहीं भरनी है। सारी प्रक्रिया मुफ्त है।

जब आप आवेदन करते हैं तो आपको 3 preference देनी होती है। अगर preference one और two दो इनक्यूबेटर्स राजी हुए हैं, तो first preference वाले को चुना जाएगा।

 

नहीं वे योजना के लिए पात्र नहीं हैं। केवल DPIIT से recruitment किए गए स्टार्टअप ही SISF में apply कर सकते हैं।

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Apply online: 

8 thoughts on “Startup India Seed Fund Yojana || SISFS || How to apply || Full details in Hindi”

  1. Priyadharshini Ramalingam

    This article is very informative and helps everyone to know the benefits government is providing us. You are doing a great job Radha Goyal!

  2. Valuable share for everyone who wants to start a startup but struggling with finance.
    This article must reach to every entreprenuers, new starter,and unemployed youth.
    You are providing very valuable information.

    1. It helps youngsters, who are working on different ventures and Startups and are confused,
      Here, they will get their answers, very easily and effectively.
      Regarding
      Vivek ChhimPa – Digital Creater

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